बुधवार, 3 फ़रवरी 2016

फरवरी का पहला पीएम को पत्र

मोदी जी आज भी देश भ्रष्टाचार के दंश से मुक्त नहीं है। आज भी उत्तर प्रदेश जहाँ मै रह रहा हूँ वहाँ की बात कर सकता हूँ हर स्तर पर भ्रष्टाचार मौजूद है। जब हम घर से किसी भी साधन से निकलते है तो शुरू हो जाता है सफ़ेद ड्रेस का आतंक / वसूली। इसके बाद किसी भी दूकान पर जाओ तो मिलावट के  साथ घटतौली का कमाल। खाना पकाने की गैस भी कम नहीं है। खाने के बाद जब काम को निकलो तो आम जन आज इस व्यवस्था का हिस्सेदार मिलता है। हिम्मत हमारी ही नहीं आम जनता की भी जवाब दे गयी है। उदाहरण के तौर पर जब हमने कानपुर कबरई खंड एन एच 86 की कमियों को विभाग को बताना चाहा तो हमको ही गलत तो ठहराया गया ही साथ में लखनऊ क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा झूठी सूचना दी गयी। इसी मार्ग का पुल भी टुटा तो आनन फानन में बनाया गया। अब तो टोल वसूली में भी खेल ही खेल चल रहा है। ओवर लोड सड़क का सीना छलनी रहा है मजे की बात पी आई यू कानपुर का अधिकारी सभी कुछ मैनेज करता है। भ्रष्टाचार की सहभागिता चरम पर है।  ये तो हमने थोड़ा सा वाकया बताया जिसे हमने महसूस किया। अब बिजली की ही बात करते है तो घाटमपुर के गरीब निवासियों का विद्युत भार एक किलोवाट से बढ़ा कर दो किलोवाट कर दिया गया। अब जनता फिर से विभाग की चकरघिन्नी बानी हुई है। इसको आप ही नहीं सभी कहगे यू पी का मामला है। खैर मैंने हिम्मत की तो लिख दिया। यदि कुछ गलत हो तो उसे अनदेखा करने की कृपा करेंगे। वैसे अब हम कुछ न कुछ हकीकत से आपको अवगत कराते रहेंगे भले ही आप उसे देखे या न देखे। अभिवादन के साथ ! ------ विनोद सचान। 

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